जब पीड़ा सारी सीमाएं लांघ रहा हो
और आंखों में आंसू न आने दिए जाएं
क्या होता होगा ?
जब पूरा शरीर जल रहा हो
और तड़पने की इजाजत न हो
क्या होता होगा ?
जब किसी प्यासे पक्षी को
रेगीस्तान में छोड़ दिया जाए
क्या होता होगा ?
जब पानी जमने लगे
और मछलियों को निकलने न दिया जाए
क्या होता होगा ?
जब तुम मुझे रोज दिखाई दो
और मैं तुम्हे गले न लगा सकूं
-आकर्ष
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